पीआर एसआई का जन जागरूकता अभियान
जयपुर 21 अप्रेल 2021
राष्ट्रीय जन सम्पर्क दिवस के अवसर पर पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी ऑफ इंडिया के जयपुर चैप्टर द्वारा आयोजित वेबीनार में विख्यात फिजिशियन और महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज एण्ड टेक्नोलॉजी, जयपुर के प्रो वाइस चांसलर डा•वजी एन सक्सेना ने कहा कि कोरोना की दूसरी वेव पहली वेव से अधिक संक्रामक है। इससे बचने के लिए सभी के द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का निष्ठा से पालन आवश्यक है।
सोशियल डिस्टेंसिंग, उचित तरह से माॅस्क लगाना तथा जल्दी से जल्दी टीका लगवाना ही कोरोना के खतरे से बचायेगा। इस इन्टर एक्टिव सैशन को जयपुर चैप्टर के कोषाध्यक्ष और महात्मा गांधी हास्पिटल के डायरेक्टर पी आर श्री वीरेंद्र पारीक ने माॅडरेट किया।
पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ• अजीत पाठक ने जन सम्पर्क दिवस की बधाई देते हुए कहा कि देश भर में विद्यमान पीआर एसआई के चैप्टर और इसके सदस्यगण कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीकों के प्रति जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं। इस सन्दर्भ में उन्होंने बताया कि पी आर एस आई के सदस्यों ने कोरोना पीडितों और प्रवासी मजदूरों की भरपूर सेवा और सहायता उपलब्ध कराई। जन जन को जागरूक करने के लिए वेबीनार आयोजित करने के अलावा सोशियल मीडिया पर पोस्टर और संदेश प्रसारित किए।
पीआरएसआई जयपुर चैप्टर के अध्यक्ष रविशंकर शर्मा ने अतिथियों और प्रतिभागियो का स्वागत करते हुए बताया कि 63 वर्ष पुरानी संस्था पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी ऑफ इंडिया जन सम्पर्क विधा को समुन्नत करने तथा जनसम्पर्क कर्मियों में भातृत्वभाव बढाने में निरंतर संलग्न है। उन्होंने बताया कि पीआर एसआई जयपुर चैप्टर ने अपने सदस्यगणो से संग्रहित एक लाख ग्यारह हजार पांच सौ रुपए की धनराशि राजस्थान के मुख्यमंत्री राहत कोष- कोविड-19 में भेंट की। बहुत से सदस्यों ने अपने विभागों/ संस्थानों के जरिए जो धनराशि उपलब्ध कराई वह इससे अतिरिक्त है। जयपुर चैप्टर ने कोविड प्रकोप के बावजूद वेबीनार आयोजन, जागरूकता पोस्टर प्रसारण, निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया।
चैप्टर के उपाध्यक्ष और राजस्थान के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के संयुक्त निदेशक श्री गोविंद पारीक ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि पीआरएसआई जयपुर चैप्टर सभी प्रकार के माध्यमों के द्वारा जन जागरूकता अभियान जारी रखेगा।
इस वेबीनार मे जयपुर चैप्टर के सचिव श्री देवीसिंह नरूका सहित बड़ी संख्या मे पी आर एस आई के सदस्यो तथा अन्य मित्रगणों ने सहभागिता की।